स्कूल का वोः ट्रिप:
हमारे स्कूल में हर साल एक ट्रिप जाता था आप लोग भी स्कूल के समय ट्रिप जरूर लगाया होगा स्कूल कि लाइफ मैं घर वालो साथ सबने ट्रिप लगाए होते हैं पर जो स्कूल में अपने दोस्तों साथ ट्रिप पर जाने का मज़ा होता वोः कोई भी भूल नहीं सकता । हमारा भी एक ट्रिप था जो मैं आज तक नहीं भूला मुझे याद है वोः दिन मेरे ५ दोस्त थे हमारा ग्रुप था उसमे मेरी क्रश थी जिसका नाम महक था । क्लास मैं टीचर ने जब बताया कि हमारा ट्रिप जा रहा तब मुझे बहुत ख़ुशी हुई हम ५ मिलकर मज़े करेंगे और रात को वापिस आते वक्त उसको अपनी बात बोल दूंगा। दिन बीत ते गए हम सब अपनी तयारी में लगे रहे पर महक कुछ उदास दिखाई दे रही थी उसके दुःख मुज़से देखा नहीं गया और मैंने उसको पूछ लिया क्या बात है। पहले उसने नहीं बताया फिर वोः बताने लगी उसने कहा जिस दिन का ट्रिप है उस दिन मैंने अपने चाचू के लिए लड़की देखने जाना है और मेरा बोहोत मन है ट्रिप पर जाने का उसकी यह बात सुन कर मैं थोड़ा उदास हुआ पर मैंने उसको बोला जैसे तुमको सही लगे वैसे ही करो
फिर मैं वहाँ से चला गया और २ दिन मैं स्कूल नहीं गया और सीधा ट्रिप वाले दिन बस पर पहुंचा मन थोड़ा घबरा रहा था मैं उसका इंतज़ार कर रहा था शायद वोः आजाये मेरा सारा ग्रुप बोल रहा था कि उसने नहीं आना इतने में बस चलने का समा हो गया। मेरी आँख में एक नमी कुछ लफ्ज़ ब्यान करने लगी
मैं आंखें बिछाए बैठा हूं उन्हीं राहों पर..
मगर शायद वो लौटकर ना आना चाहती है..
ना दो सलाह मुझे खुश रहने की..
शायद वो मुझे अभी और रूलाना चाहती है...
और उतने में मुझे फ़ोन पर एक घंटी बजी देखा तोह महक का फ़ोन था उसने बोला टीचर को बोल मैं ५ मिनट में आती हूँ । उसकी बात सुन कर मुझे ख़ुशी हुई और मैंने उनको वेट करने के लिए मना लिया फिर हमारा एक साथ ट्रिप शुरू हुआ ।
कमेंट करके बताओ के ट्रिप की स्टोरी भी डालू या नही
School trip:
Every year there used to be a trip in our school, I hope you also have done a trip during school life, everyone in the life of the school has taken trips with their family, But the fun of going on trips with friends in school is that: no one can forget . We also had a trip that I have not forgotten till today, I remember that: we are group of 5 friends , my crush was also in our group, whose name was Mehak. When the class teacher told me that our trip will going on saturday, I was very happy that we 5 would have fun together and would speak to her while returning at night what i want to say and we both enjoy each other's company. Days passed, we all kept on in our preparation, but something looked sad on her face, her grief was not seen and I asked her what is the matter. First she did not tell, then she started telling: That The day of the trip, she said that I have to go to see the girl for my uncle marriage and I am very sad I want to go on this trip. After hearing that she is not going on the trip, but I told her do what is in favour of your family.
Then I left from there and for 2 days I did not go to school for some work at home and got on the bus on the day of trip, My mind was a little nervous I was waiting for her. All my group was saying that she will not come to trip because was not in the bus. In my eye, tears began to sound a few words
main aankhee bichaayee baithaa huu unki nraaho prr..
magar voh lot krr naa aanaa chaahtii hai..
naa do sulaah muze khush rehne ki..
shaayad voh muze abhi aur rulaana chaahti hai..
and in the same way I saw a bell rang on the phone, it was the phone call from Mehak . I was happy to hear that she is coming and I convinced my teacher to wait for her, then our trip together started.
if you want story of complete trip please coment on this post